Bhabhi Chudai XXX
नमस्कार दोस्तो मै अमित पाठक आपके के लिए लेकर आया हू रसीली और मजेदार किस्सा जो मेरे और मेरे भाभी के बीच हुआ. पहले तो मैं भाभी के बारे मैं बता दू उनका नाम निशा हैं दोस्तो जो उन्हे देखे वो बस देखता ही रह जाए ऐसी हैं वो दीखने मैं क्या उनके बूब्स, क्या उनकी आँखे, क्या उनके गाल, क्या उनके होठ, क्या उनकी चाल लगता हैं बस देखता ही रहू. Bhabhi Chudai XXX
तो इस बार होली मनाने के लिए खास भैया के घर आया होली से दो दिन पहले ही मैं घर पहोच गया. पहोचते ही अचानक किसी ने मेरे आँखो पर हाथ रख दिया और आवाज़ आई पहचनो कोण मैं और मैने पीछे हाथ करकर गुदगदी की तो हाथ छूट गये और मैं तो देखता ही रह गया.
वो थी निशा भाभी वो अब पहले से और भी सुंदर दिख रही थी उनके बूब्स और भी बड़े हो गये और उनकी कातिल आँखे क्या हे बोलू बस. वो बोली चलो अब पहचाना नही तो खाना भी नही मिलेंगा इतना कहकर मटकती हुई चल दी क्योकि अंदर से बड़ी चाची ने आवाज़ लगाई.
अब मैं बाथरूम मैं चला गया फ्रेश होने के लिए तो अंदर भाभी की पेंटी और ब्रा पड़ी थे वो देखकर अचानक से मेरा लंड नींद से उठ गया और मैने एक मूठ मार ही दी और बाद मै खाना खाकर मै सो गया और रात कैसे हो गयी पता ही नही चला.
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अचानक से कुछ आवाज़े आने लगी की विनोद और ज़ोर से आ……आ……..आ…….आ…उम्म…….उम्म्म….आ उठ कर देखा तो वो आवाज़े भैया के रूम से आ रही थी भाई और भाभी चुद रहे थे और भाई का हो गया और भाभी बोल रही थी आपका तो हमेशा का ऐसा ही हैं आप मूज़े अधूरा छोड़ देते हो.
इतने मैं वाहा पर किसी चीज़ से मैं टकराया और आवाज़ आई तो भाई और भाभी सचेत हो गये के कोण हैं और मैं भाग कर मेरे रूम मे जाकर सो गया मूज़े अहसास हुआ के कोई मेरे रूम मैं आया वो भाभी थी मूज़े सोता देख वो चली गयी और थोड़ी देर से मैं उनके पीछे चल दिया और भैया को फोन आया तो वो बाहर चल दिए.
मैं भाभी का कमरे में आ गया, भाभी को लगा भैया हैं तो उन्होंने कहा लाइट बंद करदेना! मैं चुपचाप लाइट बंद करके सो गया, मुझे हल्का बुखार था तो मैं चादर लेकर सो रहा था ! भाभी रात को उठी लाइट जलाई पता नहीं क्या कर रही थी मैं देख नहीं पाया क्युकी चादर लेकर मुँह पर सोया था!
भाभी ने टोंट भी मारी इतनी गर्मी में चादर कौन लेता हैं! मैंने कुछ नहीं बोला बस सो गया, सुबह हो चुकी थी करीब 6 बजे मेरी नींद खुली क्युकी भाभी ने सारी चादर लेली थी मुझसे! मैं हल्का होकर आया और वापिस कमरे में आकर कुण्डी लगाके सोने जा रहा था!
कमरे में रौशनी आ चुकी थी सवेरे से और ये मैं क्या देखता हूँ! भाभी पूरी नंगी थी उनकी नंगी पीठ और चुत्तड़ मुझे साफ़ दिख रहे थे! मेरी आंखे फ़टी की फ़टी रह गयी की ये मैंने पहली बार क्या देख लिया! मुझे कुछ समज नहीं आया ये क्या हो रहा हैं, पूरा शरीर कपकपा रहा था दड़कन बढ़ गयी मेरी पहली बार में शायद सबको यही हुआ होगा!
मुझसे रहा नहीं गया मैं घबरा रहा था पर मेरे पास उस कमरे में उनके पास सोने का बहाना था की भैया ने भेजा था! घबराहट भी हो रही थी, पर हिम्मत करके मैं उनके पास गया और ध्यान से उनकी गांड देखि! उनकी नंगी कमर देखि, पर मेरा जी नहीं भरा तो मैंने धीरे से उनकी पीठ पर चुम लिया!
वो हल्का सा हिली तो मैं घबरा कर सोने की एक्टिंग करने लगा! 10 मिंट बाद मैंने आंखे खोली वो मेरी तरफ मुड़ी हुई थी उनके बूब्स और चूत पर चादर थी! मैंने वो चादर खिसकाने की कोशिश करी, पर वो उठ जाती इसीलिए घबरा गया!
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मैंने धीरे से उठकर कूलर कम करदिया ताकि गर्मी बढ़ जाए और वो चादर फेंक दे! थोड़ी देर बाद ऐसा ही हुआ उन्होंने चादर फेंक दी और सीधी होकर सो गयी! अब तक कमरे में पूरी रौशनी हो चुकी थी, मैंने भाभी को देखा ध्यान से पूरा नंगा! मैं पहली बार किसी को इतने करीब से नंगा देख रहा था इतनी खूब सूरत थी वो!
चूत पर एक भी बाल नहीं था बूब्स बड़े और खड़े थे एकदम, और गांड तो मैं देख चूका था! पहली बार लड़की को नंगा देख लिया सारे लड़कीओ के बॉडी पार्ट्स देख लिए! फिर ऐसा लगा कोई जाग गया घर में और वो भाभी को उठाने के लिए दरवाजा नॉक करेगा!
मैंने फटाफट चादर उठायी और सो गया! वो मम्मी थी दरवाजे पर भाभी को आवाजे मारी थोड़ी देर आवाज लगाने के बाद भाभी उठ गयी और कपड़े पहने और बहार चली गयी!अब मुझे होने लगी घबराहट की भाभी को पता चल जायेगा वो मेरे साथ सोई थी और उन्हें याद ना आये की मैंने किस किया था उसकी कमर पर!
ये सब घबराहट की चक्कर में कुछ समझ नहीं आया! सुबह हो गयी सब नाहा धो चुके थे, मैं भी नहाने गया था, थोड़ी देर बाद नहाकर बहार निकला तो देखा भैया भाभी कुछ बात कर रहे थे! भैया कह रहे थे कल भी तुम लड़ रही थी इसीलिए तुम्हारे साथ नहीं सोया.
भाभी ने कहा रात को तुम्हारा भूत आया था! भैया हसने लगे और बोले वो छोटे था मैं नहीं! भाभी थोड़ा चिल्लाई क्या? भैया ने कहा हां जी, भाभी ने कहा बताना चाहिए था न ! भैया न कहा क्यों बताना क्या है वैसे भी बच्चा हैं बुखार था उसे चुपचाप सो गया होगा!
भाभी ने कहा हां सो तो गया था बेचारा चादर मुँह पर लेकर सोया था और बोला भी नहीं की कूलर बंद करदो! भैया ने कहा हां ज्यादा टेंशन लेने लगा हैं पढ़ाई को लेकर इसीलिए बुखार आया! भाभी ने कहा उसकी चिंता होती हैं ये गर्लफ्रेंड भी नहीं बनाता इस उम्र में सबकी होती! ये सब सुनकर मैं खुश हो गया चलो मैं बच गया और खुश हो गया!
रात को भी भैया भाभी के बिच फिरसे कुछ बहस हो गयी और भैया मेरी जगह पर सो गए! मजबूरी में मुझे भाभी के कमरे में सोने जाना पड़ा पर अबकी बार मैं खुश था की भाभी के साथ सोने को मिलेगा! भाभी सो चुकी थी मैं पढाई कर रहा था इसीलिए लेट सोने आया!
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कमरे में कुण्डी लगाई और फिरसे वही सब होने की दुआ करने लगा! की काश भाभी फिर कपड़े उतार दे और फिरसे वो सब हो! फिर थोड़ी देर मुझे नींद नहीं आयी मैं इन्तजार करता रहा की भाभी कपड़े उतारे तबतक मैं सो ही गया! कुछ घंटे बाद मेरी नींद खुली मैंने देखा भाभी मेरे बिलकुल मुँह के पास हैं इतने की किस आराम से हो जाये!
पहले मैं हल्का सा पीछे हुआ पर फिर मेरे अंदर की आग भड़क गयी! मैंने उनके होंठ को महसूस कर पा रहा था अँधेरे में उनकी साँस ! मुझे बस एक्टिंग करनी थी की गलती से होंठ टच हो गए! पर इतनी हिम्मत मेरे जैसे वर्जिन लड़के में नहीं थी! बहुत कोशिश के बाद मैंने होंठ पर होंठ टच करे और एकदम आंखे बंद करली!
हलकी हलकी आंखे खोलकर मैं उन्हें देखने लगा वो सो रखी थी गहरी नींद में ! थोड़ी सी हिम्मत बढ़ी और मैंने फिरसे किस करी और उनके चेहरे के हाव भाव देखने लगा! वो बिलकुल भी नहीं हिली मानो बेहोश हो, मैंने फिर से उनके होंठ पर हलके से चूसा और थोड़ी देर तक!
बहुत मजा आया लेकिन मैं घबरा गया क्युकी इतनी लम्बी किस करी इतने में कोई भी उठ जायेगा! मुझे अच्छा नहीं लगा घबराहट हुई और ऐसा लगा की भाभी उठी हैं जानकर एक्टिंग तो नहीं कर रही सोने का! घबराकर मैंने दूसरी तरफ मुँह कर लिया, और चुप चाप सो गया! फिर मेरी नींद खुली सुबह के 7 बजे सब सो रखे थे संडे था इसीलिए!
मैंने मुड़कर भाभी को देखा तो भाभी ने मैक्सी पहनी हुई थी रात से ! अंदर कुछ नहीं पहना था उन्होंने मेरी तरह पीठ की हुई थी और उनकी मैक्सी पिछवाड़े तक उठी हुई थी! मैंने उनकी मैक्सी को हलके हाथ से ऊपर उठाया और अब मेरे सामने उनकी साफ़ गांड दिखी! “Bhabhi Chudai XXX”
मैंने बहुत सोचा पर रहा नहीं गया और हिम्मत करके मैंने उनकी गांड को टच किया! मैंने पहले हाथ रख दिया फिर कुछ देर रुका फिर सहलाने लगा और आखिर में दबाने लगा! ऐसा लगने लगा मैं मैं नहीं हूँ अपने ऊपर से काबू खो चूका था मैं! वो मुड़कर मेरी तरह मुँह करके सो गयी, मैंने आंखे बंद करली!
कुछ देर बाद आंखे खोली देखा की वो मुँह खोलकर सो रही थी, उन का एक निप्पल बहार को आ रखा था कपड़ो से! मुझसे रहा नहीं गया मेरे शरीर पर पसीने आ रहे थे मने सोचा देखा जाएगा पर डर लग रहा था! मेरी हवस ने मुझसे मेरे हाथ भाभी के निप्पल पर लगवा दिए!
भाभी अभी भी गहरी नींद में थी मैंने उनका कपडा निचे किया और उनका पूरा चूचा बहार आ गया! बहुत बड़ा था मस्त गोल गोरा भाभी हलकी सी हिली और मैं वापिस सोने का नाटक करने लगा! मुझसे बस एक बार बूब्स दबाने थे बेशक उसके बाद कभी न दबाउ! मैंने बूब्स पर धीरे से अपना कपकपाए हुए हाथ रखा और पहले सिर्फ हाथ रख कर सोने का नाटक करने लगा!
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थोड़ी देर बाद देखा तो वो सो रही थी एक आंख से मैंने उन्हें देखा और मैं धीरे धीरे बूब्स दबाने लगा! मुझे इतना मजा आने लगा की मैंने जोर से उनके बूब्स दबा दिए और भाभी एकदम से मूड गयी और दूसरी तरफ मुँह करके सो गयी! और हवस के चलते मैंने उनके बूब्स जोर से दबा डाले, जिसके कारण भाभी भाभी ने दूसरी तरफ मुँह कर लिया था! “Bhabhi Chudai XXX”
क्या भाभी को सब पता चल गया था? मुझसे अब रहा नहीं गया मैं घुट रहा था इसीलिए एकदम से उठकर कमरे से जाकर छत पर टहलने लगा! टेंशन में नींद नहीं आ रही थी और जागकर और सर दर्द हो रहा था! मुझे समज नई आया की एकदम से मैंने ऐसा क्यों किया?
मैंने तो सारे होने वाले भविष्य सोच लिए जैसे मैं बेल्टों से पिट रहा हूँ! या मुझे घर से निकाल दिया मार मार के! सब उठ चुके थे भैया ने मुझे आवाज मारी निचे बुलाया, मेरी दिल की दड़कन जैसे थम सी गयी हो! मैं घबरा कर जैसे तैसे डरा हुआ चेहरा लेकर निचे गया!
भैया ने कमरे में बुलाया और बोला जल्दी क्यों उठ गया आज? मैंने उनकी आँखों में देखा ऐसा लगा बस अभी थप्पड़ पढ़ेगा, वो कहते चाय रखी हैं कबसे पीले! और थोड़ा स्ट्रेस कम लिया कर मुँह देखा कैसा सा बना रखा हैं! मैंने गहरी साँस ली और सोचा शायद अभी तक भाभी ने किसी को बताया नहीं!
सब बैठ कर चाय पी रहे थे, तभी भाभी भी कमरे में आ गयी! मेरा मुँह फिर बन गया और फिर टेंशन शुरू हो गयी, मैंने मुंडी निचे करली! सब चुप थे कमरे में बस पंखे की आवाज आ रही थी मैंने आंखे बंद कर रखी थी सर निचे करके! ऐसा लग रहा था मानो सब मुझे देख रहे थे मैंने धीरे से मुंडी ऊपर करी तो सब सच में मुझे देखने लगे! “Bhabhi Chudai XXX”
मैं और घबरा गया फिर भाभी ने कहा क्या हुआ तुम्हे इतने गहराए हुए क्यों हो? सब मुझसे यही पूछ रहे थे मैं चुप रहा सोचा भाभी से अकेले में जाकर माफ़ी मांगता हूँ! जब भी भाभी के पास जाता वही कोई न कोई होता और भाभी का चेहरा देख कर लग रहा था आज मेरी कुटाई होगी!
रात हो गयी भाभी फिर भैया के साथ नहीं सोई मुझे भाभी के साथ सोना था! भैया, मम्मी और पापा सो गए थे, मैं भाभी के कमरे में गया! मैंने कहा भाभी सॉरी, भाभी ने उधर मुँह किया हुआ था और चादर लेकर सो रखी थी! शायद तबियत खराब थी इसीलिए सो गयी होंगी.
मैंने सोचा छोड़ो कल बात कर लूँगा आज चैन से सो जाता हूँ! लाइट बंद करके मैं सो गया सोते सोते मैंने भाभी की तरह मुँह किया और अनजाने में उनकी कमर पर हाथ रखा! मैं नींद में था तो मुझे समज नहीं आया की ये क्या हैं ऐसी ही नींद में मैंने हाथ फेरा और देखा मैं गांड पर हाथ फेर रहा हूँ!
जिस गांड पर कपड़े नहीं हैं, मैंने एकदम से हाथ हटा लिया और थोड़ी देर बाद मोबाइल की लाइट जलाकर चादर के अंदर देखा! मेरी आंखे फ़टी रह गयी भाभी पूरी नंगी थी मेरे साथ और मेरी तरह नंगी पीठ और गांड करके सोई थी! मुझे कुछ समज नहीं आया दो मिंट दिमाग ने काम करना बंद कर दिया मेरे! “Bhabhi Chudai XXX”
उन्ही दो मिनट में मैंने उनके पिछवाड़े पर हाथ फेर दिया था अच्छे से! जब समज आया की मैं फिरसे वही सब कर रहा हूँ मैंने झटके से हाथ हटा दिया! थोड़ी देर बाद भाभी अपनी गांड को बिलकुल मुझसे सटा कर सो गयी! मैंने खुदको और दूर कर लिया क्युकी वो मुझे भैया समज रही थी!
कुछ देर दूर होने के बाद उन्होंने मेरे मुँह के पास मुँह रख दिया! मैंने फिर दूरी बना ली फिर एकदम से उन्होंने मेरे होंठ चुम लिए! मुझे कुछ समज नहीं आया मैंने उनको पीछे हटाकर बोला मैं सोहन हूँ भैया दूसरे कमरे में सो रहे हैं! भाभी ने कहा अच्छा माफ़ करना और थोड़ी देर के लिए सो गयी! रात के कुछ मिनट मुझे जिंदगी के सबसे ज्यादा लम्बे मिनट लग रहे थे!
मैं अपने ऊपर काबू नहीं कर सकता था दूसरा कमरा नहीं था भाभी खूबसूरत थी और बिना कपड़ो की थी! ऊपर से मुझे चुम चुकी थी और मैंने उनके बहुत जगह हाथ फेरा हुआ था! थोड़ी देर बाद नींद में उन्होंने मेरे ऊपर हाथ रखा!
अब तो उन्हें पता था मैं छोटे हूँ इसीलिए मैंने सोचा आराम से सो जाता हूँ! कुछ देर बाद फिरसे हम दोनों के मुँह आमने सामने आ गए, बहुत देर तक उनकी सांसे मेरे मुँह से टकराई और मैंने उनके होंठ चुम डाले! उन्होंने इस बार आंखे खोल दी और ममेरी आँखों में देखने लगी! “Bhabhi Chudai XXX”
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मैंने कहा सॉरी भाभी। उन्होंने कहा किस बात के लिए! मैंने कहा अभी जो मैंने किया , भाभी ने कहा और जो कल किया था उसके लिए और परसो वाला भी! मैं घबरा गया और मैंने कहा आपको सब पता था तो चुप क्यों हो! भाभी ने कहा तुम्हारी चिंता रहती हैं तुम इन सब से दूर हो मुझे तुम पसंद हो! तुमसे गलती जरूर हुई लेकिन मुझे अच्छा लगा!
मैंने कहा मतलब आप मुझसे ये सब करवाना चाहते थे ताकि डर निकल जाए! उन्होंने कहा मैं चाहती थी बस तुम वर्जिन न रहो ! उसके बाद भाभी ने मेरे होंठ चूमे और जबर्दस्त किस का महोल शुरू हो गया! भाभी ने मेरी मुझे नंगा करा और मेरे ऊपर चढ़ गयी! अपने मुलायम हाथो से मेरा लंड अपनी गरम चूत में डाल दिया!
जो अहसास मुझे हुआ वो बहुत अलग था ऐसा पहले कभी महसूस नहीं हुआ था! मेरे तो आंसू आ गए और भाभी मेरे लंड पर कूद रही थी! मेरे हाथ उनके बूब्स पर और हम चुम्बन कर रहे थे! इतना उत्तेजित मैं जिंदगी में कभी नहीं हुआ और मेरा बहुत जल्दी हो गया और सारा माल भाभी की चूत में निकल गया!
पहली बार था इसीलिए जल्दी हुआ उसके बाद हमने आधी रात को फिरसे सेक्स किया और तब जाकर मुझसे संतुष्टि मिली! आप मुझे जरूर बताएं कि आपको भाभी और देवर की रासलीला हॉट स्टोरी कैसी लगी sam682320@gmail.Com. कोई भी महिला गुप्त संबंध बनाना चाहती है, मैं इसके लिए तैयार हूं। किसी भी लड़की, गृहिणी और विधवा, अगर आप सेक्स या बात करना चाहते हैं तो मुझे संदेश भेजें। फर्जी प्रोफ़ाइल कृपया मुझसे दूर रहें और गंदी चालें न खेलें। मैं इस कहानी में शामिल व्यक्ति का कोई संपर्क विवरण साझा नहीं करूंगा, कृपया उस प्रश्न से बचें।