फेसबुक पर मिली आंटी ने चुदाई का निमंत्रण दिया – Aunty ki chudai

Aunty ki Chudai का मजा मुझे दिया फेसबुक से मिली एक आंटी ने! एक दिन उन्होंने मुझे अपने घर बुला लिया. तब हमारी दोस्ती पलंग तक पहुँची।

दोस्तो,‌ मेरा नाम अभिषेक (बदला हुआ )है।

मैं रायपुर, छत्तीसगढ़ में रहता हूँ।

मेरी उम्र 27 साल है और मेरी ऊंचाई 5′ 6″ है।

मैं अभी यहां की एक यूनिवर्सिटी में मास्टर की पढ़ाई कर रहा हूँ।

यह मेरी पहली कहानी है जो कि मेरी और एक आंटी की है।

यह Aunty ki Chudai स्टोरी दस दिन पहले की है।

आंटी का नाम कविता (बदला हुआ) है।

उनकी उम्र 40 साल है, गोरा रंग और लंबाई 5.3 इंच है।

आंटी और मेरी मुलाकात फेसबुक के माध्यम से हुई।

हमारी सामान्य बात होना शुरू हुई, बातों–बातों में पता चला कि वे भी यहीं रायपुर में ही रहती हैं।

उन्होंने बताया कि उनके पति एक व्यापारी हैं और उनके बच्चे पुणे में पढ़ाई कर रहे हैं।

उसके बाद हमारी कभी–कभी ही सुबह में सुप्रभात और रात में शुभ रात्रि के लिए ही बात होती।

फिर एक दिन आंटी ने मेरा व्हाट्सएप नंबर मांगा और मैंने दोस्त के तौर पर दे दिया।

उसके बाद हमारी व्हाट्सएप पर बात होने लगी।

फिर एक रविवार के दिन उन्होंन मुझसे मिलने के लिए पूछा तो मैंने भी हाँ कर दिया।

हमने रायपुर के मरीन ड्राइव के पास मिलने की योजना बनाई।

अभी तक मेरा उनके लिए कोई गलत विचार नहीं था।

फिर जब शाम के समय मैं उनसे मिलने गया तब मैं उन्हें पहली बार देखा और कुछ समय तक उन्हें देखता ही रह गया।

वे लाल सूट में कयामत ढा रही थी।

मुझे उनकी स्तनों और कूल्हे की साइज ने पागल कर दिया था।

मैंने बड़ी मुश्किल से खुद पर संयम कर पाया।

उसके बाद मैंने उन्हें नारंगी का रस ऑफर किया तो उन्होंने हाँ बोला.

तब मैं जूस लाने चला गया।

जूस पीते–पीते हम एक–दूसरे के बारे में बातें करने लगे।

फिर उन्होंने मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा तब मैंने उन्हें बताया– एक थी पर अब वह किसी और के साथ रिलेशनशिप में है।

उसके बाद उन्होंने सहानुभूति दिखाते हुए अपना हाथ मेरे हाथों में रख कर बोलीं– कोई बात नहीं, सब कुछ ठीक हो जाएगा।

दोस्त के तौर पर मुझे उनका हाथ ऐसे पकड़ना अच्छा लगा।

उसके बाद हम अच्छे दोस्त की तरह रहने लगे।

फिर एक दिन उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया और मैं भी चला गया।

वे अपने घर के बाहरी दरवाजे के पास ही खड़ी थी और मुझे देखते ही अंदर आने के लिए बोलीं।

उस समय उन्होंने गाउन पहन रखी थी।

उन्होंने मुझे पानी और चाय के लिए पूछा तो मैंने पानी बोल दिया।

जब वे पानी लेने के लिए जा रही थी तो अपने कूल्हे ऐसे मटका रही थी जैसे वे मुझे अपनी ओर बुला रही हो।

फिर वे मुझे पानी देने के बहाने मुझे अपने दूध दिखा रही थी।

उसके बाद वे मेरे पास बैठ गई।

मैंने उनके पति के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया– वे कुछ काम से 2 दिन के लिए बाहर गए हैं।

तब मैंने उनके आमंत्रण का मकसद समझ गया।

तब मैंने जानबूझकर बहाना किया- मुझे काम है, मुझे जाना होगा।

तब उन्होंने झट से मेरा हाथ पकड़ लिया और रोने लगी।

मैंने उन्हें चुप कराया और पूछा– क्या बात है, क्यों रो रही हैं आप?

तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा– मेरे पति मुझे शारीरिक सुख नहीं दे पा रहे हैं और मैं तुमसे शारीरिक सुख चाहती हूँ।

इस समय तक मेरे अंदर भी वासना की आग पूरी तरह फैल चुकी थी।

फिर मैंने उनके गाल पर एक चुम्बन किया तो उनके चेहरे पर मुस्कुराहट खिल उठी।

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वे बहुत खुश हुई और मुझे जोर से अपनी बाँहों में ले लिया।

फिर मैंने उनसे पूछा– आपको किस तरह से करना पसंद है?

तब उन्होंने अपने मोबाइल से मुझे ब्लू फिल्में दिखाई और बोली– बिल्कुल ऐसे ही चाहिए पूरे जोश के साथ!

फिर हम दोनों एक–दूसरे के होंठों को चूमते हुए उनके बेडरूम में चले गए।

अंदर जाते ही उन्होंने मेरी टीशर्ट और जींस उतार दी।

अब मैं उनके सामने सिर्फ अंडरवियर में था।

अब वे अंडरवियर के ऊपर से ही मेरा लंड मसलने लगी।

उसके बाद मैंने उनके गाउन को पूरी तरह से निकाल दिया।

उन्होंने अंदर कुछ भी नहीं पहना था।

यार! मैं तो उन्हें देखता ही रह गया।

उनके बड़े–बड़े दूध, फूली हुई चूत और साथ में गोल-गोल गांड!

उस समय मेरे दिल की धड़कन बहुत तेज हो गयी थी।

फिर उन्होंने मेरा अंडरवियर नीचे कर दिया।

मेरा लंड पूरे जोश में था।

वे लंड को देखते ही बोलीं– कितना बड़ा और कितना प्यारा है?

यह सुनकर मुझे अच्छा लगा।

फिर वे अपने घुटनों पर बैठ गई और मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।

उस समय मैंने जो महसूस किया उसके लिए कोई शब्द ही नहीं है।

उन्होंने बहुत समय तक मेरा लंड चूसा और हँसते हुए बोलीं– मजा आ गया।

फिर वे पलंग पर अपने दोनों पैर फैला कर लेट गई जिससे मुझे उनकी चूत अच्छे से दिख सके।

अब मेरी बारी थी!

सबसे पहले मैंने उनके होंठों पर एक लंबा सा चुम्बन लिया।

फिर उनके गले को चूमते हुए उनके दोनों दूध को चूसने और दबाने लगा।

उसके बाद उनके पेट पर चूमते हुए नीचे उनकी चूत पर आ गया और चूत को चाटने लगा।

मैंने करीब 15 मिनट उनकी चूत को चाटा क्योंकि मैं चाहता था कि उन्हें पूरी तरह से शारीरिक संतुष्टि मिले!

तब तक वे 2 बार झड़ चुकी थी।

इसके बाद वे फिर से मेरा लंड चूसने लगी।

फिर मैंने उन्हें खड़ा करके उनकी दोनों गांड पर अपनी हाथ रख कर मसलने लगा और उन्हें चूमने लगा।

थोड़े देर बाद मैं उनके दोनों दूध को चुसने लगा और वे भी पूरे जोश के साथ अपनी चूची को मुझसे चुसाने लगी।

फिर उन्होंने मुझे अपने बिस्तर पर लिटा कर मेरे ऊपर बैठ गई और मेरा लंड अपनी चूत में सेट करके उछलने लगी।

पूरा कमरा फच–फच की आवाज से गूंजने लगी।

वे बहुत ही जल्दी स्खलित हो गई और मेरे ऊपर ही लेट गई, जबकि मेरा एक बार भी नहीं हुआ था।

फिर मैंने उनको सीधा कर बिस्तर पर लिटाया और उनका चूत चाटने और चूसने लगा।

5 मिनट बाद वे फिर से चुदने के लिए तैयार हो गई और ‘आह … हम्म’ कि आवाज के साथ ‘और जोर से चाटो … चूसो’ बोलने लगी।

फिर वे ‘अभिषेक आई लव यू, अभिषेक आई लव यू’ बार-बार दोहराने लगी।

उसके बाद हम दोनों फिर से चुदाई करने लगे।

वे पूरा मज़ा ले रही थी और मुझे काटने लगी।

अब तक वे दो बार झड़ चुकी थी और मैं भी Aunty ki Chudai के साथ जल्द ही झड़ने वाला था।

मैंने उनसे बोला- मेरा होने वाला है.

तो वे बोलीं- अंदर ही डाल दो।

उसके बाद हम दोनों एक–दूसरे को चूमते हुए आराम करने लगे।

हम लोग करीब 2 घंटे तक ऐसे ही सेक्स करते रहे है।

उसके बाद शाम हो गई और मुझे घर जाना था।

फिर मैंने जब उनसे घर जाने की बात की तो वे बोलने लगी– आज रात मत जाओ, कल सुबह चले जाना।

मैंने भी हाँ कर दी.

और मैंने अपने घर में बोल दिया- मैं अपने फ्रेंड के रूम पर हूँ, फाइल कंप्लीट करना है!

उसके बाद सुबह तक हम दोनों बिल्कुल नंगे ही रहे।

रात भर में हमने 3 बार और सेक्स किया और एक बार उन्होंने मुझे गांड मारने को कहा तो मैंने उन्हें ‘अगली बार’ बोल दिया।

सुबह उनको एक लंबी चुम्बन दे के मैं अपने घर के लिए निकल गया।

आशा करता हूँ कि आप लोगों को यह Aunty ki Chudai कहानी पसंद आई होगी!

मुझे अपना फीडबैक मेल पर जरूर दें।

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