गर्लफ्रेंड को चुदवाने कि मज़बूरी😞

मेरे लैंड और आँखों से बस पानी ही निकल रहा था, मेरी मजबूरी का फयदा उठाके उसने मेरी गर्लफ्रेंड को खूब चोदा वोभी मेरे सामने। मेँ कुछ नहीं कर सकता थामेरी मजबूरी थी और वो मेरी गर्लफ्रेंड के साथ जबरदस्त सेक्स कर रहा था।

मेरा नाम रोहित कुमार है मैं बठिंडा पंजाब  में रहता हूं, मेरी पिछली स्टोरीज गांडू के कारण मां बहन की बहन को रंडी बनना पड़ा आपने बहुत अच्छा रिस्पांस दिया, उसके करने मुझे बहुत सारी ईमेल आई कुछ को ईमेल का तो मैं रिप्लाई कर पाया कुछ कर नहीं कर पाया। चलिए अब अपनी गर्लफ्रेंड को चुदवाने  कि मज़बूरी कहानी पे आते है।

मुझे एक मेल आई जिसमें लिखा था।

कृष्ण  –  हेलो रोहित मैंने आपकी कहानी पढ़ी है आप बहुत ही मस्त लिखते हो क्या प्लीज आप मेरे लिए भी एक मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी लिख दोगे।

मैं  –  हां जी जरूर बताइए अपनी कहानी के बारे में,

मेरा नाम किशन कुमार है मैं इलाहाबाद में रहता हूं मेरी एज 30 साल है यह कहानी कुछ 10 साल पहले की है

तब मैं एक कॉलेज में पढ़ता था वहां पर मेरी एक गर्लफ्रेंड थी। 

उसका नाम रुचि था वह बहुत ही सेक्सी थी  इसका रंग बहुत ही गोरा था, उसके मुमहे इक दम गोल  – गोल थे,उसकी गण्ड को देखकर बुड्ढओ का भी लंड खड़ा हो जाये उसका साइज 34-32-34 था।

हम इक दूसरे को बहुत प्यार करते थे,पर मैं एक दुबला पतला सा लड़का हूं मैं लड़ाई से बहुत डरता हूं मुझे

मेरे सभी दोस्त पर फटु कह कर बुलाते हैं।

हमारे कॉलेज का एक लड़का था राजेश वह बहुत

ही गुंडा टाइप लड़का था उसकी बॉडी भी बहुत अच्छी थी,उसके पिता जी MLA थे वह मुझे आते जाते हमेशा तंग करता रहता था  वह भी रुचि को बहुत प्यार करता था यायह समझ लो बस उसको चोदना चाहता था।

वो हमेशा मुझे कहता रहता था कि तेरे सामने रूचि को तो मैं चोद दूंगा बहनचोद!!

एक दिन मुझे मेरे घर के रास्ते में राजेश और उसके दोस्तों ने घेर लिया और मुझेको ताबड़तोड़ मारने लगे, अगर तू चाहते कि रोज तेरी इसी तरह दुलाई ना तो एक बार रुची को मुझसे मिला दे।

कृष्ण  –  प्लीज ऐसा नहीं कर सकता रुची को  बहुत प्यार करता हूं,

राजेश   –  तो मारो साले को और तब तक जब तक मेरी हर बात मानने के लिए तैयार नहीं हो जाता

वो लोग मुझे बहुत पीटकर घर को चले गए दिन घर में अकेला ही रहता हूं इसलिए मुझे किसी ने कुछ नहीं पूछा

अगले इक हफता घर पर ही रहा मुझे रुचि का फोन आता तो मुझे कोई बहाना लगा लेता। 

दो हफ्ते के बाद जब मैं कॉलेज से घर आ रहा था  तो राजेश्वर ग्रुप मुझे फिर से घेर लिया और पूछेंगे अब बता तूने क्या सोचा है।

मैं  – राजेश प्लीज बात को समझो मैं ऐसा नहीं कर सकता मैं उससे बहुत प्यार करता हूं और अगर मैं मान भी जाऊं रूची कभी नहीं मानेगी प्लीज मेरी बात को मानो।

राजेश   – मादरचोद उसको छोड़ दो यह बता दो उसको चुदबाने के लिए तैयार है मुझसे?

मैं  –  मेरा वह मतलब नहीं था प्लीज मेरी बात को समझो यार।

राजेश  –  मारो साले को यह ऐसे  मेरी बात को नहीं मानेगा

जब राजेश और उसके दोस्त मुझे मारने लगे इस बार उन्होंने मुझे पहले से भी ज्यादा मारा मेरे हाथ पैर बहुत दुख रहे थे मुझसे चला भी नहीं जा रहा था।

 मैं बहुत ही मुश्किल से अपने घर पर पहुंचा मैं घर पर जाकर अपनी दवाई वगैरा लगा कर सो गया मुझे बहुत दर्द हो रहा था जब मैंने उठकर अपने मोबाइल को दिखा उस में रुचि की पांच मिस कॉल आई हुई थी मैंने रुचि को कॉल किया।

मैं  – हेलो रुचि कैसी हो,

रुचि  – मैं तो मैं तो ठीक हूं तुम कैसे हो मुझे मेरी फ्रेंड बता रही थी कि राजेश ने तुम्हें अपने दोस्तों के साथ रास्ते में गिरा हुआ था।

मैं  – नहीं ऐसी कोई बात नहीं है वह तो केवल मुझसे बात कर रहा था,

रुचि  –  चल ओके तो बताओ आज शाम को काम नहीं है मैं तुमसे आज मिलना चाहती हूं,

मैं  – आज तो मेरी तबीयत खराब है यार आज नहीं मिल सकते हम कल मिलेंगे,

रुचि  – अगर आज तुम मुझसे मिलने बाहर नहीं आए तो मैं तुम्हारे घर पर आ  जाऊंगी,

मैं सॉरी मैं बाहर नहीं आ सकता मैंने बोला ना हम कल मिलेंगे यार प्लीज मेरी बात को मान लो।

रुचि  – चल ओके कल कॉलेज में मिलते हैं

मैं  – चल ओके

अगले दिन… 

जब मैं कॉलेज में जाता हूं तो मेरी टांग दर्द कर रही होती है मैं तो लंगड़ा कर चल रहा होता हूं मैं कॉमन रूम से रुचि को निकलते हुए देखता हूं बहुत सेक्सी लग रही होती है उसने लाल कलर का टॉप और ब्लैक कलर की जींस पहनी होती है।

वो मुझे आकर गल लगती है और मेरे गालों पर किस करती है मुझे कहती है 

रुचि  – तुम्हें मालूम है मुझे तुम्हारी कितनी फिक्र हो रही थी,

मैं  –  तुम टेंशन मत लो ऐसी कोई बात नहीं है

जब हम चलने लगते हैं तो रुचि देखती है कि मैं लंगड़ा कर चल रहा हूआ।

रूची  – तुम्हें क्या हुआ तुम ऐसे क्यों चल रहे हो,

 मै  –  कुछ नहीं थोड़ी सी चोट लगी,

रूची  – मुझे सच सच बताओ तुम्हें मेरी कसम

मैं रुचि को सारी बात साफ  – साफ बता देता हूं वह  सुन कर डर जाती है उसको मालूम होता है  हम चाह कर भी राजेश का कुछ नहीं बिगाड़ सकते वह बहुत पावरफुल है

रुचि अब हम क्या करेंगे अगर हम पुलिस के पास जाएंगे तो तो मेरे घरवाले मुझे कॉलेज से हटा लेंगे और फिर मैं कभी तुमको भी नहीं मिल पाओगी।

मै  –  तुम टेंशन मत लो मैं सब संभाल लूंगा लेकिन मैं तुम्हें उसकी नहीं होने दूंगा,

रूची  –  तुम क्या संभालोगे वह तुम्हें फिर से मारेगा और मैं भी नहीं चाहती कि तुम मेरे लिए बार  – बार मार खाऔ मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हूं।

मैं  – पलीज ऐसा मत करो

रूची  –  चाहती तो मैं भी नहीं हूं बट मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं है

तुम राजेश को फोन कर दो और उससे क्ह है दो कि रुचि तयार है पर उसके बाद वह कभी तुम्हें तंग नहीं करेगा

मैं राजेश को फोन करता हूं सारी बातें बता देता हूं वह मान जाता है  मुझे और रुचि को कल फार्म हाउस पर आने के लिए कहता है।

अगले दिन में रुचि को लेकर राजेश के फार्म हाउस पर चला गया जब मैं अंदर गया तो देखा राजेश वहां पर अकेला था जब राजेश ने हमें सोफे पर पर बैठने के लिए कहा और वह भी हमारे सामने आकर बैठ गया वह लगातार उसी को देखें जा रहा था रुचि को शर्म आ रही थी। 

राजेश अंदर से शराब और कुछ खाने के लिए लेकर आया पैग बना कर हमें शराब पीने के लिए बोला मैंने और रुचि ने अपने  – अपने पेग उठाया और एक ही झटके में अंदर खिच लिया फिर हम तीनों बारी  – बारी से दारु पीने लगे 3 पैग पीने के बाद हम तीनों को नशा होने लगा था

राजेश ने आकर रूची को अपनी बाहों में पकड लिया ऊंची को किस करने लगा रुचि कोरी शराब का नशा होने लगा वह दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह किस कर रहे थे राजेश रुचि के बूब्स को मसल रहा था राजेश ने रुचि के टॉप को उतार दिया रुचि उस के सामने ब्लैक ब्रा में थी रुचि के बूब्स उसकी ब्रा से बाहर आने के लिए बेताब हो रहे थे 

राजेश ने एकदम से उसकी ब्रा को उतार दिया और उसके बुबस को बारी  – बारी से चूसने लगा वह मेरी गर्लफ्रेंड के बूब्स मेरे ही सामने चुस रहा था और मैं कुछ नहीं कर पा रहा था राजेश ने अपने सारे कपड़े उतारे वह केवल अंडरवियर उसने रूची कि जिस को भी उतार दिया रूची नीचे नीचे बैठकर राजेश के लंड को अंडरवियर के ऊपर से महसूस करने लगी 

राजेश का लंड खड़ा  होकर लगभग नो इंच क था, वो बहुत बड़ा वाला भोसरिका था दल्ला Antarvasna Sex Stories पढ़के मुठ मरता था। जिसे देखकर रुचि की आंखों में चमक आ गई वह राजेश की लड को लॉलीपॉप की तरह चुस रही थी उसे बहुत मजा आ रहा था उसकी आंखों से पता चल रहा था वह कभी मुझे देखती।

और कभी राजेश की लंड को मुझे ऐसा लग रहा था वह मुझे चिढ़ा रही हो राजेश ने रूची कि पेंटी को उतारा रुचि की चूत एकदम साफ की हुई थी जिसे देख मेरा  5 इंच का लड भी खड़ा हो गया था मैंने अपने लंड को बाहर निकाला ओर मुठ मारने लगा जिसे देख कर राजेश हसने लगा 

मेरा लंड का माल बहूत जलदी निकल गया राजेश ने मुझे अपने पास बुलाया और रूची की चूत को चाटने के लिए कहने लगा रुचि सोफे पर लेट गई मैं रूची की चूत को चाट रहा था राजेश एकदम से अपना लंड  मेरी मूह की तरफ ले आए मुझे चूसने के लिए कहने लगा पहले तो मैंने एतराज किया एकदम से एक थप्पड़ मेरे गालों पर आकर लगा मुझे कुछ होश नहीं आया जब मैंने दूसरी बार देखा 

तो राजेश ने फिर से अपने लंड मेरी मूह को तरफ मैं चुपचाप उसके लंड को मुंह में लेकर चूसने लगा, राजेश मुझे चल अपने हाथों से अपनी गर्लफ्रेंड की चुत में डलवा मेरे पास कोई और ऑप्शन नहीं था मेने राजेश के लंड  को पकड़ कर रूची की चुत पर  लगा दिया।

वो बहुत हार्डकोर सेक्स कर रहे मेरी बंदी के साथ और उसकी अलग Girlfriend Sex Story बना रहे थे अपनी चुदाई से। राजेश ने एकदम से झटका लागा कर अपना लंड को रूची की चुत में डाल दिया, रूची दर्द के मारे चीके निकाल देती है। रूची कि गांड फट गई थी उसे बहुत दर्द हो रहा था उसमें इतना बडा लंड पहली बार लिया था उसे मजा भी बहुत आ रहा था राजेश ने उसको किस करने लगा और धीरे  – धीरे अपना लंड उसकी चुत  में डालना धीरे  – धीरे नजारा था राजेश  ने अपना पूरा का पूरा लंड रूची की चुत में डाल दिया था उसके ऊपर लेट कर अपने अपने लंड को रुची कि चुत मे डालकर तावर तोड़ चुदाई  करने लगा।

फिर राजेश ने रूची को घोड़ी बनने का कहां और अपना लंड रूची की चुत में डालने लगा मैं राजेश के लंड और रूची की चुत के नीचे आकर बैठ गया राजेश के टटौ को चाटने लगा, कभी मैं राजेश के टटे चाटता कभी रूची कि चुत को चाटता मुझे पता  नहीं क्या हो गया ऐसा कभी नहीं किया था बट इस बार  मुझे बहुत मजा आ रहा था 

रुचि दर्द के मारे करा रही थी उसकि चिखौ कि अबाज पुरे  घर में गूंज रही थी लेकिन वह बोल रही थी चोदो मुझे आज चुदाइ मे बहुत मजा आ रहा है मूझे इतना मजा कभी नही आएआ 

जो राजेश को लंढ झड़ने वाला था ना तब राजेश ने मुझे ओर रूची को नीचे बिठाया और बारी बारी से चुसवाने लगा जब तक अपना पूरा माल मेरे और रूची के मुह मे निकाल दिया सचिन राजेश ने रुचि को तीन बार चोदा।

हेलो दोस्तों मेरी पिछली स्टोरी को इतना अच्छा रिस्पांस देने के लिए बहुत – बहुत शुक्रिया मैं पिछले दिनों कुछ व्यस्त चल रहा था, इसीलिए इतनी स्टोरीज नहीं लिख पाया। कहानी कैसी लगी कमेंट करना, कोई सवाल हो तो पूझना, अपना रिएक्शन भी देना लास्ट में है।

Writer – Rohit Kumar, rohtk907@gmail.com

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