Khandan Ki Sbhi Aurato Ko Pela Humne Bar Bari 7
Rishto Me Chudai Ki Kahani आपने मेरी कहानी Khandan Ki Sabhi Aurto Ko Pela Humne Bar Bari 6 के पिछले भाग में पढ़ा की कैसे मेरे परिवार की रंडियों ने बियर बार में मजे किये अब आगे.. जब हम होटल पहुंचे तो सभी लेडीज 3-3 पेग मार कर सेट हो चुकी थी। जेंट्स अभी भी पी रहे थे। फिर डिनर के लिए कहा तो जेंट्स ने कहा की तुम सब खा कर सो जायो। हम यही खा कर सो जाएंगे। फिर हमने लेडीज के साथ डिनर किया और अब सब लेडीज अपने अपने रूम में सोने चली गई। मैं और देव सिगरेट पीने निकल गए और सोच रहे थे कि हम दोनों किसके रूम में सोएं, देव वाले या हमारे वाले रूम में। Khandan Ki Sbhi Aurato Ko Pela Humne Bar Bari 7.
तभी देव को हेमा मौसी की कॉल आ गयी की अनमोल दीदी मेरी दीदी दीपिका के पास सोने जाएगी, इसलिए राज को अपने रूम में ले आना सोने के लिए। मैं खुश हो गया कि टीना दीदी के साथ उनके रूम में सोऊंगा। फिर मैं और देव मौसी के रूम में जाने लगे तो मैंने देव को कहा कि मैं अपने रूम में चेंज करके आता हूं। मैं जैसे ही अपने रूम में गया तो देखा मेरी सेक्सी मोटी गाँड़ वाली दीपिका दीदी मेरे भांजे को अपना दूथ पिला रहीं है।
दीपिका दीदी ने नाइटी पहनी हुई थी, जो उनकी गाँड़ तक ही थी, और गाँड़ बड़ी होने की वजह से नाइटी से गाँड़ ढक नही रही थी। ऐसा लग रहा था की दीदी ने पैंटी भी नही पहनी हुई। दीपिका दीदी बेड पर बैठकर मेरे भांजे यानी अपने बेटे को चुच्चियों से दूध पिला रही थी, दीदी ने अपनी नाइटी कंधे से एक साइड से निकाल कर दोनो चुचिया बाहर निकाल निकाली। दीदी की मोटी चुचियाँ और मोटी गौरी जाँघे देखते ही मेरा लन्ड खड़ा हो गया।
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दीदी मेरे सामने ऐसे ही बेशर्म रंडी की तरह बैठी थी, जिसे देख कर मैं पागल हो रहा था। मैं दीदी को देख रहा था और दीदी मुझे देख रही थी। तभी मेरा भांजा दूध पीते पीते सो गया तो दीदी ने उसे उठा कर साइड में सुलाने लगी, तभी दीदी उसे लिटाने के लिए झुकी तो पीछे से दीदी की नाइटी पूरी ऊपर उठ गयी, ओर दीदी की गाँड़ का छेद दिखने लगा, हे भगवान दीदी की गाँड़ का बड़ा था, ऐसे लग रहा था की अभी अभी लन्ड ले कर आई हो गाँड़ में, उसे देख कर मेरा लन्ड और उफान पर आ गया, और कच्छे फाड़ कर बाहर आने को तैयार।
मैं लन्ड पर हाथ फेरने लगा और दीदी की गाँड़ के मोरे के पास जा कर उसे सूंघने लगा। मेरा तो मन करने लगा कि अभी दीदी को पकड़ कर चोद दूँ। तभी दीदी सीधी होने लगी, तो मैं भी पीछे हो गया। फिर दीदी सीधी हो कर बेड पर लेट गयी। दीदी के बूब्स अभी भी बाहर ही थे, दीदी के गुलाबी बड़े निप्पल्स थे। फिर दीदी ने आपनी एक टांग मोड़ ली, जिस से दीदी की चुत भी थोड़ी थोड़ी दिखने लगी। मैंने दीदी से पूछा मम्मी कहाँ है तो दीदी बोली वो वाशरूम में है।
मेरे पाजामे पर लन्ड एक तंबू की तरह दिख रहा था, जिसे दीपिका दीदी हवस भर नजरो से देख रही थी,फिर मैं दीदी के सामने ही चेंज करने लगा। दीदी मेरी तरफ ही देख रही थी, मैंने अपना पाजामा उतारा, तो कच्छे से मेरा खड़ा लन्ड थोड़ा सा बाहर दिख रहा था, जिसे दीदी ध्यान से देख रही थी। मेरी निक्कर दीदी के पास बैड पर पड़ी थी, जब मैं निक्कर लेने दीदी के पास गया तो दीदी ने अचानक से मेरा लन्ड पकड़ लिया और मुझे अपनी तरफ खींच कर लिप किस करने लगी। लिप किस करते हुए दीदी ने मेरा कच्छा उतार दिया, ओर मेरा लन्ड हिलाने लगी।
तभी वाशरूम खुलने की आवाज़ आयी तो हम अलग हो गए। लेकिन मम्मी इतनी जल्दी बाहर आई कि मुझे कपड़े पहनने का मौका ही नही मिला, और मम्मी ने मेरे खड़े लन्ड को देखा। जैसे ही मैंने मम्मी की तरफ देखा तो वो पूरी नंगी थी, वो अपनी नाइटी लेने आए थी। फिर मम्मी मेरे लन्ड को घूर घूर कर देख रही थी। इधर मम्मी पूरी नंगी, मैं पूरा नंगा, दीदी भी बस नाम के कपड़ो में थी, चुचियां बाहर थी दीदी की, नीचे से नाइटी पेट पर आई हुई थी।
तभी बाहर का गेट खुलने की आवाज़ आयी तो मम्मी जल्दी से अपनी नाइटी उठा कर बाथरूम में भाग गई। दीदी ने भी आपनी नाइटी सही कर ली मैं फटाफट निकर पहनने लगा। मेरे निक्कर पहनने से पहले ही अनमोल दीदी अंदर आ गई, ओर उन्होंने ने भी मेरा खड़ा लन्ड देखा और हस्ते हुए दीदी से बोली- बच्चा बड़ा हो गया। फिर दोनो हसने लगी। मैं अपनी निक्कर पहन कर मौसी के रूम की तरफ जाने लगा तो दीदी बोली कि हमारे पास ही सो जा, मम्मी को मौसी के पास भेज देते है।
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मैं मान गया, पर फिर देव को भी यही बुलाना पड़ेगा तो अनमोल दीदी मना करने लगी देव के लिए। इतने में मम्मी भी नाइटी पहन कर बाहर आई। वाओ, मम्मी ने जालीदार नाइटी पहनी थी, और अंदर कुछ भी नही, जिस से मम्मी के निप्पल साफ दिख रहे थे। मैं मम्मी को ही देख रहा था। तभी दीदी बोली कि मम्मी आप हेमा मौसी के पास सो जाओ, राज हमारे पास सो जाएगा, पर मम्मी नही मानी तो फिर मैं मौसी के रूम की तरफ चल दिया। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
मौसी का रूम हमारे रूम के बिल्कुल साथ वाला था, और उसके साथ वाले रूम में बड़ी मामी मीनाक्षी, उनकी बहू आकांक्षा भाभी और उनकी बेटी प्राची दीदी थे। अगले तीन रूम में पहले मेरी दबंग मौसी लता, उनकी बेटियां और बहुएं थी। उनके साथ वाले रूम में जया मौसी, उनकी बहु और उनके साथ वाले रूम में सुमित्रा मामी और उनकी बेटी थे। उस से आगे वाले रूम में सभी जेंट्स दारू पी रहे थे। जब मैं मौसी के रूम में गया तो देव बैठा टीवी देख रहा था, मौसी वाशरूम में थी और टीना दीदी हल्की नींद में थी, क्योंकि उन पर बियर का नशा ज्यादा चढ़ गया था।
फिर मैं टीना दीदी के साथ जाकर लेट गया। टीना दीदी ने एक खुली ही टी शर्ट पहली हुई थी, जिसमे उनकी झूलती चुचियाँ दिख रही थी, शायद उन्होंने ब्रा नही पहनी थी और नीचे वही शॉर्ट्स पहनी थी। उनकी जाँघे पूरी दिख रही थी। टीना दीदी मुझे अपने पास देख कर खुश हुई और मेरा हाथ पकड़ लिया फिर बोली। टीना दीदी- राज आज तू हमारे साथ सोयेगा। राज- जी दीदी। इतने में मौसी वाशरूम से बाहर आई। टीना दीदी- फिर आज तू मेरे साथ ही सोना, बहुत टाइम बाद मिला है मेरा ये प्यारा भाई। राज- ओके दीदी, मैं आपके साथ ही सोऊंगा।
इतने में वाशरूम का दरवाजा खुला और मौसी बाहर आते हुए बोली। मौसी- हाँ बेटा, आज राज तेरे साथ ही सोयेगा। दीदी ने खुश होकर मुझे मौसी के सामने ही गले लगा लिया, जिस से दीदी की चुचियाँ मेरे सीने में दब गई। मैं समझ गया दीदी ने ब्रा नही पहनी है। दीदी( मुझे गाल पर किस करते हुए)- आई लव यू भाई, राज(दीदी को और दबाते हुए)- आई लव यू टू दीदी फिर हमने मौसी की तरफ देखा तो हैरान रह गए हम। मौसी सिर्फ ब्रा और पैंटी में बाहर आई, तो हम दोनो देखते ही रह गए।
फिर मौसी बोली कि यहाँ एक कमरे में ही तो रहना है अब रात को तो मैं ऐसे ही सोऊंगी, तुम तीनों तो मेरे बच्चें हो, तुमसे कैसी शर्म। यह कहते हुए मौसी बेड पर मेरे साथ आकर बैठ गयी। अब मेरी एक तरह टीना दीदी, एक तरफ मौसी थी, मौसी के दूसरी तरफ देव था। हम चारों साथ चिपके हुए थे एक ही बेड पर 4 जनें आप जानते ही है। वैसे हमने सभी रूम्स में 2-2 एक्स्ट्रा गद्दे भी मंगवा रखे थे। तो टीना दीदी बोली।
टीना दीदी- मम्मी यहां कन्जस्टिड लग रहा है, मैं और राज नीचे गद्दे लगा कर सो जाते है। मौसी- नही, कोई बात नही, हम एडजस्ट कर लेंगे। तूने आज राज के साथ सोना है, पर राज क्या मेरे बिना सो जाएगा। जब भी आता है मेरे बिना नही सोता। राज(मौसी को गले लगाते हुए)- हाँ मौसी, आपके बिना नींद नही आती, अपने चारों एडजस्ट कर लेंगे। तभी देव बोला- में नीचे सो जाता हूँ। राज- नही भाई, तू भी हमारे साथ ही सोजा। फिर हम चारो टी वी देखने लगे। दीदी ने मेरा हाथ पकड़ा हुआ था और अपने मुममे पर रख हुआ था। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
दूसरी तरफ मौसी की चुचियाँ उसकी ब्रा से बाहर आ रही थी, ब्रा ने बस मौसी के निप्पल ढके हुए थे, और पैंटी भी सिर्फ चुत ढकी हुई थी, पीछे से मौसी की पूरी गाँड़ दिख रही थी। मेरा दूसरा हाथ मौसी की गाँड़ पर लग रहा था। मेरा लन्ड निककर में तंबू बना हुआ था। नशे की वजह से दीदी को नींद आ गई। फिर मैंने अपना हाथ दीदी के हाथ से निकाला और मौसी की तरफ घूम गया, जिस से मेरा लन्ड मौसी की गाँड़ में दबने लगा। मैं और देव मौसी को ही देख रहे थे। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
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मौसी को देखते हुए मैं अपना लन्ड थोड़ा थोड़ा मौसी की गाँड़ पर दबा रहा था और सोच रहा था कि आज के दिन में क्या क्या हो गया मेरे साथ। मेरे परिवार की सभी औरते जिनको मैं देवियां मानता था, वो सब रंडियां निकली। तभी मौसी बोली मौसी- राज क्या हुआ तुझे बेटे, क्या सोच रहा है। राज- कुछ नही मौसी। मौसी- नही बेटे, कुछ तो सोच रहा है, बता तेरा ध्यान किधर है। राज- नही मौसी मैं तो बस टीवी देख रहा था।
मौसी- नही बेटे, जब भी हम ऐसे लेट कर टीवी देखते है तो तू हमेशा मेरे साथ चिपक कर मेरे कंधे पर सर रखकर देखता है, आज तेरा ध्यान टीवी पर नही कहीं और है। तभी देव बोला देव (मुझे आँख मारते हुए)- हाँ माँ, राज कह रहा था कि आज वो थक गया है बहुत, शरीर दर्द कर रहा है। मौसी(मुझे गले लगाते हुए)- मेरा बेटा, पहले बताता आ मैं तेरी मालिश कर दूँ। राज- नही मौसी, सोऊंगा तो ठीक हो जाऊंगा। देव से पूछ लो वो भी थका होगा। या आप थकी हो तो हम दोनों आपकी मालिश कर देते है।
देव- नही भाई, मैं बिल्कुल ठीक हूँ। राज- मौसी आप बताओ आपको मालिश कर दे। मौसी(अंगड़ाई लेते हुए)- हाँ बेटा, बदन तो मेरा भी दर्द कर रहा है, पर तू सोजा, देव मेरी मालिश कर देगा। देव- हाँ माँ, अभी कर देता हूं। देव ने मौसी के बैग से सरसों का तेल निकाला और पूछा कहाँ से शुरू करुंतो मौसी बोली बस पैरो की कर दे। देव ने पहले मौसी के पैर पर तेल लगाया और मालिश करनी शुरू कर दी। मौसी- आजा राज तू मेरी ऊपर आज सर रख कर नही सोयेगा।
तो मै मौसी के ऊपर सर रखकर लेट गया, जिस से मेरा मुह मौसी की चुचियों के बिल्कुल पास आ गया। नीचे देव मौसी के पैरो की मालिश कर रहा था, साथ मे मौसी की चूत की तरफ भी देख रहा था। अब मेरा मुह मौसी की चुचियों के पास था, तो मुझे मौसी के जिस्म से बहुत अच्छी महक आ रही थी, जिस से मेरी नींद उड़ गई और मैं अपना मुह मौसी की चुचियों के पास ले गया। मौसी का एक हाथ मेरे सर पर था, जो वो मेरे बालो में भी घूम रही थी। नीचे निक्कर में मेरा लन्ड खड़ा था, जो देव ने देख लिया।
इतने में मौसी ने अपनी एक टांग मोड़ी ओर फिर देव को मालिश करने को बोली। देव का ध्यान मौसी की चूत वाली साइड था, जो मौसी की पैंटी से ढकी हुई थी। तभी मैं मौसी से थोड़ा लग हुआ और अपनी टी शर्ट उतारी ये बोलते हुए की गर्मी लग रही है। फिर मैं वापिस पहले की तरह मौसी की चुचियों के पास मुह रख कर सोने लगा, पर इस बार मैंने अपना मुँह लगभग मौसी की चुचियो के ऊपर ही रखा। मौसी भी वापिस अपना एक हाथ मेरे सर पर रख दिया। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
अब मैंने अपना एक हाथ मौसी के पेट पर रखा, ओर नाभि में उंगली करने लगा, ऐसे मैं मजाक में मौसी के साथ पहले भी सोते हुए करता था, वो कुछ नही बोलती थी, पर आज मेरा मन कुछ ज्यादा ही करने को हुआ, तो मैंने अपनी कमर मौसी के पास लाया और अपना लन्ड मौसी की मोटी मोटी जांघों के एक साइड से सटा दिया और धीरे धीरे दबाने लगा। ऊपर भी अपने सर से मैं मौसी की चुचियों को हल्का हल्का दबा रहा था और जीभ बाहर निकाल कर थोड़ी सी चूची भी चाट लेता था।
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देव ये सब देख रहा था, ओर खुद का लन्ड भी दबा रहा था। कुछ देर ऐसे ही चलता रहा। अब देव भी पैरो पर मालिश करता करता मौसी की जांघों पर मालिश कर रहा था, तो देव बोला। देव- राज जरा पीछे होना, मुझे मम्मी की जांघों मालिश करनी है। मौसी- देव राज को क्यो पीछे कर रहा है। ऐसे ही कर दे। देव- मम्मी राज की निक्कर गंदी हो जाएगी, इसलिए बोल रहा हुँ। मौसी- ठीक है बेटा। फिर मैं पीछे होने लगा तो देव बोला। देव- राज ऐसे कर तेरी निक्कर उतार कर साइड में रख दे। फिर वापिस ऐसे लेट जाना।
मन तो मेरा भी यही कर रहा था, पर मैंने कच्छा नही पहना था, ये बात देव को नही पता थी। राज- नही कोई बात नही। मैं साइड में लेट जाता हूँ। मौसी- नही बेटा, तू निक्कर उतार कर ऐसे ही लेटा रह। देव- राज निकाल निक्कर जल्दी फिर मैं तेरी मालिश भी कर दूंगा मम्मी के साथ ही। मैंने उसे इशारे से समझाया कि मैंने कच्छा नही पहना, तो वो मज़े लेने के लिए वापिस बोला, जल्दी कर, फिर मुझे भी सोना है। मौसी- क्या हुआ राज, उतार दे निकर। राज- मौसी, वो वो मैंने। मौसी-क्या मैंने, जल्दी उतार। राज- मुझे शर्म आती है।
मौसी- बस इतनी सी बात, फिर क्या हुआ, मैंने तुझे बहुत बार नंगा देखा है। तू भी तो मेरे बेटे जैसा है, मुझसे क्या शर्माना। मैं भी तो ब्रा पैंटी में हु तेरे सामने। राज- नही मौसी मुझे शर्म आती है। देव- इसमे शर्माना क्या, ले मैं भी अपने कपड़े भी उतार देता हूं। मौसी- हाँ देव, उतार दे, फिर देव ने कच्छे के अलावा सारे कपड़े उतार दिए। मौसी(अपनी ब्रा उतरते हुए)- ले मैंने भी उतार दिए, अब तू भी सिर्फ कच्छे में आ जा। मैं और देव तो मौसी की नंगी चुचियाँ देखते रह गए।
मेरे सिर से भी बड़ी एक चूची, 4 इंच की निप्पल, दूध की तरह गौरी चूची उस बड़ी सी पर गुलाबी निप्पल, 44d होने के बाद भी मौसी की चुचिया नीचे ढल कर नही बल्कि इंग्लिश पोर्न स्टार कैरेन फिशर की तरह पूरी तनी हुई थी, ओर बहुत टाइट भी थी। जिसे देख कर मुझे तो चुचियाँ चूसने का मन हो रहा था। तभी मौसी बोली। मौसी- क्या देख रहे हो बच्चों, चल राज निक्कर उतार। राज- मौसी मैंने कच्छा नही पहना हुआ। मौसी(हंसते हुए)- लगता है आज तो तू मुझे पूरी नंगी करवा कर ही छोड़ेगा। फिर मौसी खड़ी हुई और अपनी ब्रा उठा कर बाथरूम में जाने लगी। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
मैं और देव मौसी को देख रहे थे, उनकी गाँड़ बहुत बड़ी थी, मौसी वाशरूम की तरफ जा रही थी, हम मौसी की बड़ी गाँड़ हिलती हुई देख रहे थे, मौसी जैसे ही पैर उठा कर आगे रखती थी तो जैसे तराजू के पलड़े इधर उधर होते है वैसे ही मौसी की बड़ी गाँड़ बिल्कुल तराज़ू की तरह हो रही थी। कभी ये पलड़ा भारी कभी वो पलड़ा भारी। फिर मौसी वाशरूम घुस गई और फ्रेश हो कर आई। जब मौसी वाशरूम से बाहर आई तो बिल्कुल नंगी हो कर आई।
मौसी नंगी होकर बाहर आई, मौसी हमसे बोली मौसी- अब तो कोई शर्म नही है, अब तो मैं भी पूरी नंगी हूँ। तुम भी दोनों उतारो। टीना दीदी गहरी नींद में सो रही थी। देव ने अपना कच्छा उतार दिया, उसकी 4 इंच की लुल्ली खड़ी थी। फिर मैंने भी अपनी निक्कर उतार दी। अब हम तीनों बिल्कुल नंगे थे। फिर मौसी मेरे पास आ कर लेट गयी, और मुझे भी पहले की तरह खुद पर लेटने को कहा। मैंने अपना सर मौसी के मुममे पर रख दिया, और अपनी कमर मौसी के साथ लगाई, और एक टांग मौसी की जांघो पर रख कर दी, जिस से मेरा लंड मौसी की मोटी जांघो पर लग रहा था।
देव ने मौसी की जांघो की मालिश करनी शुरू कर दी। मौसी और मैं आंखें बंद करके लेट गए। मैं अपना मुँह मौसी के चुचो पर हल्का हल्का रगड़ रहा था, और जीभ भी लगा रहा था और लन्ड मौसी की जांघो पर रगड़ रहा था। मेरा लन्ड पूरे जोश में था, मुझे लग रहा था की आज नसे फट जाएंगी। तभी अचानक मौसी की मालिश करते करते देव ने मेरे लन्ड पर हाथ लगाया, तो मैं और जोश में आ गया। मैंने देव को इशारा किया कि लन्ड चूस, पर वो मना करने लगा।
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मैं वासना में पागल हो रहा था, तभी मौसी ने मेरा सर पकड़ कर अपनी चुचियों पर दबाया, तो मैंने जोश में मौसी की निप्पल मुँह में भर ली, इतने टाइट सफेद बड़े मुम्मे, उस पर सॉफ्ट सी गुलाबी निप्पल जब मेरे मुह में आई तो मौसी बोलने लगी। मौसी- आआआआआआहहहहहहह चूस मेरे मौसीचोद बेटे, आआआआ। फिर मैं पूरा मौसी के ऊपर चढ़ गया, और मौसी के होंठ चूसने लगा। देव नीचे एक हाथ से मेरा लन्ड हिला रहा था। फिर मौसी ने भी एक हाथ नीचे कर मेरा लन्ड पकड़ लिया । अब मैं मौसी के निप्पल चूसने लगा, मौसी मेरे बालो में हाथ घुमाने लगी। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
मैं धीरे धीरे मौसी के निप्पल पर काटने लगा, जिस से वो वासना की आग में जलने लगी। तभी देव ने अचानक से मौसी की चूत में 2 उंगली डाल दी, जिस से मौसी एक दम से कराह उठी। जैसे ही देव ने मौसी की चूत में उंगली डाली मौसी करहाने लगी। मौसी- आआआआ हहहह साले मादरचोद, आराम से डाल। फिर मैं मौसी के पेट को चाटता हुआ मौसी की चूत पर आ गया, वहां जैसे ही मैंने मौसी की चूत पर अपने होंठ लगाए तो मौसी तड़प उठी, फिर जब मैंने अपनी जीभ मौसी की चूत के दाने पर लगा कर हिलायी तो मौसी अपने हाथों से मेरा सिर अपनी चुत पर दबाने लगी।
मौसी- आआआआ हहहह चाट बेटे, जीभ अंदर तक डाल मेरे। फिर मौसी ने देव को अपने पास बुलाया और उससे अपने मुम्मे चूसने को कहा। देव अपनी माँ के बड़े मुममे को चूसने लगा। नीचे मैंने मौसी की चूत के अंदर अपनी जीभ डालनी शुरू कर दी, जिस से मौसी तड़पने लगी। 15 मिनट मैं चुत चाटता रहा, तो मौसी का पानी निकालने वाले था, मौसी अपनी चुत मेरे मुह पर जोर जोर से दबाने लगी और गालिया देने लगी। तभी मौसी की चूत चाटने के बाद मौसी का पानी निकाल गया।
मैं जैसे ही वहां से हटा तो देव आया और अपनी माँ की चूत का पानी चाटने लगा। मौसी ऐसे ही पड़ी पड़ी आहे भर रही थी, और गालियां निकाल रही थी। मैं मौसी के लिप किस करने लगा, पर मौसी एक दम शांत पड़ी थी। मैं 10 मिनट किस करता रहा और देव मौसी की चूत चाट रहा था। तब मौसी वापिस जोश में आने लगी, इस बार मौसी ज्यादा ही जोश में थी। मौसी ने मुझे खुद के ऊपर से उतारा मुझे लेटा कर मेरे ऊपर आ गयी। पहले मौसी मुझे किस करती रही, फिर वो नीचे मेरे लन्ड पर आ गयी और मेरा लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
फिर मौसी मेरे लन्ड की आगे की खाल पीछे करने लगी, जो पीछे नही हो रही थी, तो मौसी बोली वाह मेरा बेटा तो अभी तक कुंवारा है। मौसी- राज तूने आज तक किसी को नही चोदा क्या राज – नही मौसी मौसी(खुश होते हुए)- मतलब आज मैं ही तेरा खाता खोलूंगी। राज- हाँ मौसी फिर मौसी ने मेरे लन्ड के टोपे पर जीभ लगाई, मेरी आह निकल गयी। फिर मौसी मेरे लन्ड पर जीभ फिराने लगी और देव को बोला कि वो उनकी चुत चाटे। देव उनकी चुत चाटने लगा। फिर मौसी ने मेरा लन्ड अपने मुह में लिया और चूसने लगी। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
मौसी पूरा लन्ड मुह में लेने की कोशिश करने लगी, तो मैंने भी एक झटका मारा मौसी के मुह में तो लन्ड सीधा उनके गले मे जा लगा। मौसी ने मुह से लन्ड बाहर निकाला और खांसने लगी। 2 मिनट बाद मौसी ने मुझे झटका मारने से मना किया और मौसी में लन्ड फिर से मुह में लिया। बीच बीच मे वो गोटिया भी चूस रही थी। देव मौसी की चुत के साथ उनकी गाँड़ भी चाट रहा था, तभी देव ने अबनी जीभ उनकी गाँड़ में घुसा दी। मौसी की आहहहह निकल गयी। फिर मौसी खड़ी हुई, और अपनी चुत मेरे लन्ड पर सेट करके लन्ड पर बैठने लगी।
मेरा लन्ड मोटा है, पर हेमा मौसी की चुत में आराम से जा रहा था, मौसी तीन तीन लन्ड एक साथ ले लेती है। हेमा मौसी के मुह से उ उ उ उ आ आ आ आ निकल रही थी। जब मौसी नीचे जैसे ही मौसी की चुत में मेरा 2 इंच लन्ड घुसा, मुझे बहुत दर्द हुआ, और मेरी चीख निकल गयी। जो साथ वाले रूम में मीनाक्षी मामी ने सुन ली। वो गेट खड़काने लगी, तो मौसी ने पूछा कौन है। मामी बोली मैं मीनाक्षी, तो मौसी ने देव को बोला कि जा गेट खोल ओर मामी के अंदर आते ही बंद कर देना।
अब मुझे भी दर्द कम हो गया था, तो मौसी ओर बैठी लन्ड पर तो 3 इंच और घुस गया। मुझे फिर हल्का सा दर्द महसूस हुआ, और मौसी की भी आहें निकलने लगी। इतने में देव ने गेट खोल कर मामी को भी अंदर ले लिया और गेट बंद कर दिया। मामी अंदर आते ही बोली- रण्डी तू तो कह रही थी कि अपने मिल कर राज का लन्ड लेंगी, पर तू तो पहले ही शुरू हो गयी। मौसी- क्या करूँ कंट्रोल नही हो रहा था। ऐसे ही बातों में 3 इंच लन्ड ओर अंदर चला गया था मौसी के, अब बस 2 इंच बाकी था। “Khandan Ki Sbhi Aurato”
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मामीजी ने अभी तक मेरा लन्ड नही देखा था, क्योकि जब वो आयी थी अंदर तब आधे से ज्यादा मौसी की चुत में था। अब मामीजी ने नीचे एक गद्दा लगा लिया और देव को लेकर नीचे गद्दे पर बैठ गयी और किश करने लगी। फिर मीनाक्षी मामी ने अपनी मैक्सी उतारी अब वो भी पूरी नंगी थी, नीचे मामी ने कुछ नही पहना था। अब मामी देव के साथ बिजी हो गयी थी। इधर मौसी धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी। मेरे और मौसी दोनो के मुँह से आ आ आ ह ह ह ह निकल रही थी।
मैंने भी नीचे से झटके देने शुरू कर दिए, तो एकदम से मौसी की चुत में पूरा 10 इंच लन्ड घुस गया, जो सीधा मौसी की बच्चेदानी पर लगा, जिस से मौसी को बहुत दर्द हुआ और मौसी की चीख निकल गयी। तो देव और मामी देखने लगे। मामी ने पूछा क्या हुआ, तो मौसी ने कहा कुछ नही। फिर मामीजी ओर देव 69 पोजीशन चुत लन्ड चूस रहे थे। फिर मीनाक्षी मामी ने देव को उनकी चुत में लन्ड डालने को कहा, तो देव ने डाल दिया, ओर वो आराम से चला गया।
वो चुदाई करने लगे। फिर 5 मिनट बाद मौसी की बच्चेदानी का दर्द भी कम हुआ तो मौसी भी ऊपर नीचे होने लगी। मैंने मौसी की चुचियाँ पकड़ रखी थी, ओर उन्हें निचोड़ रहा था,10 मिनट बाद मौसी का पानी निकल गया और मौसी मेरे सीने पर लेट गयी, मौसी थक गई थी। मेरा लन्ड अभी भी चुत में ही था। rajveerarora6373@gmail.com