चुदाई के गीत मेरे लबों पर-7
मैं हॉस्टल में रहती थी, मेरा एक बॉयफ्रेंड था. मैंने उसके साथ जिंदगी के सारे मजे किए लेकिन वो छोड़ गया. एक सहेली ने डिल्डो लाकर दिया और खुद से प्यार करना सिखाया.
मैं हॉस्टल में रहती थी, मेरा एक बॉयफ्रेंड था. मैंने उसके साथ जिंदगी के सारे मजे किए लेकिन वो छोड़ गया. एक सहेली ने डिल्डो लाकर दिया और खुद से प्यार करना सिखाया.
मेरा हाथ मेरे मम्मे, चूत सहला कर मुझे उत्तेजित कर रहा था. मैं बड़ी शिद्दत से केले को मुँह में चूसने लगी. मैंने उसे इतना चूसा कि सच का लंड होता तो पानी छोड़ चुका होता.
हमने उसके लंड की जड़ पर घुंघराले बाल देखे, उसके नीचे एक थैली में भरे दो नींबू जैसी गोलियां लटक रही थीं, जिन्हें आंड कहते हैं. ये सब हम पोर्न देख कर सीख चुकी थी.
अन्तर्वासना पर मेरी कहानियों को पढ़कर कई महिला मित्र बनीं लेकिन एक महिला मित्र ऐसी निकली जो मेरी ही पड़ोसन भाभी थी. उसने मेरी चोरी कैसे पकड़ी?
मामा के घर से लौटने के बाद मैं अपने ममेरे भाई बहन से फोन सेक्स करने लगी. एक दिन मेरे भाई ने हमारी सेक्स चैट सुनी तो वो कमरे में आ गया. मेरी उंगली चूत में थी.
मैं बहुत ही बिगड़ैल हो चुकी थी, मुझे चुदाई का शौक लग गया। एक बार मैं बस का सफर कर रही थी तो मुझे बस में एक लंड मिल गया. मैंने उससे कैसे चूत चुदवाई.
यह चुदाई की कहानी मेरी और मेरी पड़ोसन हसीन और भरे हुए जिस्म की मालकिन चाची की है. मैंने उन्हें कैसे गर्म करके पटाया और उनकी चूत का मजा लिया?
मेरी गर्लफ्रेंड की बहन मेरा लंड चूस रही थी तो शायद उसकी नौकरानी ने देख लिया था. रात को मैंने उस नौकरानी को अपनी चूत में उंगली करते देखा तो …
मैं अपने जिम कोच से रोज चुदती थी. एक दिन मेरे घर मेरा भी आया तो मैं जिन नहीं जा सकी. लेकिन कोच ने मुझे फोन करके बुलाया और मुझसे कुछ करवाया. क्या करवाया?
इस फ्री हिंदी सेक्स स्टोरी में अपने पढ़ा कि ससुर बहू की चुदाई का दोनों ने ही मजा लिया. जब बहू बाथरूम में अपनी चुदी हुई चूत धोने गयी तो ससुर भी पीछे पीछे पहुँच गया और …